Tuesday, April 16, 2019

मोहन भागवत बोले- हर 5 साल में बदल सकती है सरकार
मोहन भागवत बोले- हर 5 साल में बदल सकती है सरकार
लोकसभा
चुनाव के बीच
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख
मोहन भागवत ने
सोमवार को कहा
है कि यहां
हर पांच साल
में सरकार बदलने
की संभावनाएं हैं
ऐसे में सामाजिक संगठनों को
मदद के लिए
इन पर निर्भर
नहीं होना चाहिए।
महामहोपाध्याय
वीवी मिराशी की
125 वीं
जयंती के अवसर
पर एक कार्यक्रम को
संबोधित करते हुए मोहन
भागवत ने कहा
कि सामाजिक और
रिसर्च संगठनों को
समाज के कल्याण
के लिए एक
मजबूत और स्रोत
की दिशा में
काम करना चाहिए।
मोहन
भागवत ने कहा
कि जो लोग
सरकार से बात
करना चाहतें हैं,
उन्हें इसके लिए
संपर्क करना चाहिए
लेकिन मुझे नहीं
लगता है कि
सामाजिक संगठनों की सरकार पर
निर्भर होना चाहिए।
क्योंकि सरकारें बदलती रहती हैं।
मोहन भागवत ने
कहा कि पहले
राजवती सरकारें 30 से
50 साल
में बदलती थी।
अब यह सम्भावना है
कि हर 5 साल
में सरकार बदल
जाए। ऐसे में
कोई भरोसा नहीं
है, जब तक
है, तब तक
उसका उपयोग करें।
इस
दौरान मोहन भागवत
ने लोगों के
कल्याण के लिए
रिसर्च और शिक्षा
के महत्व पर
भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में
ज्ञान प्राप्त करने
के लिए विभिन्न उद्देश्य हो
सकते हैं। ज्ञान
प्राप्त करना स्वयं के
हित के लिए
या फिर समाज
कल्याण के लिए
भी हो सकता
है। ज्ञान शाश्वत
जीवन का मार्ग
है। वास्तव में
ज्ञान अनंत काल
के लिए हैं।
भागवत ने कहा
कि अंग्रेजों ने
आधुनिक भारत के
लिए बहुत रिसर्च
किया।
Tags
# election 2019
Share This
About Khat-Khabaron-Ka
election 2019
Labels:
election 2019
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Author Details
Kunal Kuntal is active in Journalism since last several Years.He was associated with several Newpapers & News Channels.He has having deep knowledge of stateslikeDelhi,Uttar Pradesh, Uttarkhand,Punjab,Haryana,Rajasthan,Madhya Pradesh and Chattishgarh.Presently i am residing in Merrut/Delhi.Now,I am Lunching News Web Portal "KHAT-KHABARON-KA" under supervision and Direction of Munesh Singh with "JYOTI SIKSHA SAMITI".With this News Wb Portal I will try to serve you most updated News without any biased ideology.We also try to serve humanity without any monetary and self benefits which will be a landmark in india society.
No comments:
Post a Comment