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Thursday, July 11, 2019

बुलंदशहर के नए ​जिलाधिकारी, किसान का बेटा जिसने दो बार नापी एवरेस्ट, जानिए उनके बारे में


बुलंदशहर के नएजिलाधिकारी, किसान का बेटा जिसने दो बार नापी एवरेस्ट, जानिए उनके बारे में

बुलंदशहर। जिले के डीएम अभय सिंह के यहां खनन घोटाले में सीबीआई छापे के बाद शासन ने देर रात उनका तबादला कर दिया। इसके बाद तुरंत ही शासन ने नई नियुक्ति देते हुए रवीन्द्र कुमार द्वितीय को बुलंदशहर का जिलाधिकारी नियुक्त कर दिया। साल 2011 बैच के आईएएस रवीन्द्र कुमार अद्वितीय प्रतिभा के धनी हैं। बिहार के बेगूसराय निवासी रवीन्द्र कुमार ने हमेशा असाधारण लक्ष्यों को हासिल किया है। बहुत कम लोग जानते हैं कि सरकारी नौकरी के साथ वो दो बार एवरेस्ट फतेह भी कर चुके हैं, आइए आपको बताते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें।
साल 1981 में बिहार के बेगूसराय मेंकिसान परिवार में जन्मे रवीन्द्र कुमार बचपन से ही मेधावी रहे हैं। पढ़ाई के साथ साथ खेलों में भी उनका शानदार रिकार्ड रहा है। तैराकी और कुश्ती जैसे खेलों में उन्होंने ढेरों पदक जीते हैं, इसकी वजह से उन्हें बिहार का विशेष खेल सम्मान मिल चुका है। कुश्ती में भी वह कई पदक जीत चुके हैं। बेगूसराय के बसई गांव निवासी रवीन्द्र कुमार की स्कूली शिक्षा बेगूसराय में ही हुई। यहां से इंटर करने के बाद उन्होंने पहले प्रयास में ही आईआईटी का एग्जाम क्लियर कर लिया। हालांकि बजाय आईआईटी जाने के उन्होंने नॉटिकल साइंस में अपना कॅरियर चुना और मुंबई की चाणक्य इंस्टीट्यूट से नॉटिकल साइंस में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
साल 2002 में डिग्री पूरी करते ही उन्हें एक प्राइवेट कंपनी में अच्छी जॉब भी मिल गई। सात साल नौकरी के बाद उनका इससे मन भर गया जिसके बाद 2009 में नौकरी छोड़कर वह दिल्ली गए। दो साल तैयारी करने के बाद साल 2011 में दूसरे प्रयास में उनका सलेक्शन आईएएस के लिए हो गया। हमेशा कुछ अलग करने की चाहत रखने वाले रवीन्द्र ने साल 2013 में एक ऐसे असंभव काम को चुना जिससे ज्यादातर प्रशासनिक अधिकारी दूर रहते हैं। उन्होंने लक्ष्य तय किया माउंट एवरेस्ट फतह का, पहले ही प्रयास में वह चीन के रास्ते माउंट एवरेस्ट की चोटी फतेह करने में सफल रहे और इसके साथ ही वह देश के पहले आईएएस अधिकारी बन गए जो दुनिया की सबसे उंची चोटी तक पहुंचा। साल 2019 में एक बार फिर रवीन्द्र कुमार माउंट एवरेस्ट की चोटी तक जा पहुंचे।
अप्रैल 2019 में केंद्र सरकार के पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय में सचिव रहते हुए रवीन्द्र कुमार ने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू की थी। 23 मई को एवरेस्ट फतेह करने के बाद उन्होंने चोटी पर गंगाजल चढ़ाकर गंगा स्वच्छता का संदेश दिया था। दो बार माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाले वह दुनिया के चुनिंदा लोगों में से हैं। अपने इसी अनुभव के आधार पर उन्होंने कई किताबें भी लिखीं। उनकी एक किताब एवरेस्ट सपनों की उड़ान सिफर से शिखर तक साल 2016 में दिल्ली में एक भव्य समारोह में विमोचन किया गया था।

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